Jamiat Seminar

Resolution Passed in National Governing Body Meeting Jamiat Ulama-i-Hind held on 28-29 May 2022 at Deoband

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Secretary Report, Ijlas Majlis-e-Muntazima Jamiat Ulama-i-Hind 2022

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घोषणा पत्र

जमीयत उलेमा.ए.हिंद की राष्ट्रीय प्रबंधक कमेटी का अधिवेशन
दिनांकः 28.29 मई 2022 स्थानः उस्मान नगर ईदगाह मैदान देवबंद

जमीयत उलेमा-ए-हिंद की राष्ट्रीय प्रबंधन समिति की यह विशाल सभा ज्ञान का केंद्र रही देवबंद की इस ऐतिहासिक धरती से देश एवं राष्ट्र को यह संदेश देना चाहती है किः

• वर्तमान समय में हमारा देश एक संवेदनशील दौर से गुजर रहा है। एक तरफ कुछ ताकतें देश के दूसरे सबसे बड़े वर्ग मुसलमानों को डराने या निराश करने का प्रयास कर रही हैं। इसके परिणामस्वरूप कुछ लोगों की भावनाएं आहत हो रही है तो कुछ लोगों में भय की स्थिति जन्म ले रही है। दूसरी ओर वही ताकतें झूठे प्रोपेगंडे द्वारा देश के अन्य वर्गों से मुसलमानों को भयभीत करके घृणा पैदा कर रही हैं। इन परिस्थितियों में मुसलमानों को कुरान, हदीस और सीरत तैय्यबा (पैगंबर मोहम्मद के जीवन) के आलोक में अपने लिए वह मार्ग निर्धारित करना आवश्यक है जो भविष्य में मुसलमानों और सभी हिंदुओं के लिए अमन-शांति और आपसी सौहार्द्र का माध्यम बने।

• हमें यह याद रखना चाहिए कि हमारे देश का वृहद इतिहास है जिसमें हमारी भूमिका बेहद स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज है। हमारे पूर्वजों ने इस देश को जोड़े रखने और इसकी सीमाओं को विस्तार देने में अनुकरणीय सेवाएं प्रदान की हैं। उसके बाद अंग्रेजों के चंगुल से देश को आजाद कराने में भी हमारी भूमिका किसी भी दूसरे समुदाय और वर्ग से अधिक सराहनीय रही है। स्वतंत्रता के बाद हमारे पूर्वजों के प्रयास से देश को धर्मनिरपेक्ष संविधान की सौगात मिली जो अभी तक देश में लागू है।

• इससे इंकार संभव नहीं कि देश में कुछ ऐसी शक्तियां सक्रिय हो रही हैं, जो देश को इस शानदार अनुकरणीय संविधान से वंचित करने के लिए प्रयासरत हैं। ऐसे लोग नस्लीय भेदभाव में विश्वास रखते हैं। इसमें कुछ लोग यह नारा लगाते रहते हैं कि ‘सबकी घर वापसी करा कर हिंदू बनाएंगे’’, ‘हिंदुस्तान में सभी रहने वाले हिंदू हैं’’। इसमें सबसे अधिक निराशाजनक बात तो यह है कि इनको किसी न किसी हद तक सरकारों का संरक्षण मिला हुआ है। लेकिन इन सभी बातों के बावजूद कोई भी समझदार व्यक्ति इसको कैसे संभव मान सकता है कि वह मुसलमनों को उनके धर्म और आस्था से वंचित करने या उनके अस्तित्व को मिटाने में पूरी तरह सफल हो पाएंगे। कारण यह है कि इस देश का मूल स्वभाव अनेकता में एकता है और यहां के रहने वालों का बड़ा वर्ग फासीवादी शक्तियों का समर्थक नहीं है।

• गल्ती से भी अगर हम भड़क गए या फिर निराशा में डूब गए और धैर्य एवं संयम के मार्ग को त्याग कर कोई गलत प्रतिक्रिया कर बैठे तो समझ लीजिए कि उससे साम्प्रदायिक शक्तियों के उद्देश्य और लक्ष्य पूरे होंगे। अगर हमने घृणा का जवाब प्रेम से दिया और अपने इस्लामी व्यक्तित्व को जिंद रखा तो बहुत जल्दी नफरत की यह आग ठंडी पड़ जाएगी और फासीवादी शक्तियां अपने नापाक मंसूबों में विफल हो जाएंगी, इंशाअल्लाह तआला।

• इसका अर्थ यह बिलकुल नहीं है कि हम कायरता या डरपोकपन दिखाएं और अपने जान-माल, मान-सम्मान, परिवार वालों की सुरक्षा के लिए अपने संवैधानिक अधिकारों का इस्तेमाल न करें। हमें यह याद रखना चाहिए कि धैर्य एवं संयम का मतलब कायरता कतई नहीं बल्कि सही समय पर सही कदम उठाना है।

• अतः सभी मुसलमानों को डर, निराशा और भावनाओं से दूर रह कर अपने भविष्य के निर्माण में लग जाना चाहिए। अपनी आस्था और आचार-व्यवहार को ठीक करके अल्लाह से अपने सम्बंध को मजबूत करने की चिंता करनी चाहिए। इसके साथ ही अपने देश के विकास में अपनी भूमिका सुनिश्चित करनी चाहिए।

• अल्लाह तआला हमारे देश को तरक्की दें और हर तरह की अशांति से इसे सुरक्षित रखें। आमीन!

 


 

بسم اللہ الرحمن الرحیم
اعلامیہ
اجلاس مجلس منتظمہ جمعیۃ علماء ہند منعقدہ 28-29/مئی بمقام: عثمان نگر عیدگاہ میدان دیوبند
جمعیۃ علماء ہند کی مجلس منتظمہ کا یہ عظیم الشان اجلاس دیوبند کی علمی اور تاریخی سرزمین سے ملک وقوم کو یہ پیغام دینا چاہتا ہے کہ:


 اِس وقت ہمارا ملک، ایک نازک دور سے گذر رہا ہے، ایک طرف کچھ طاقتیں مسلمانوں کو جو ملک کی دوسری بڑی اکثرت ہیں، خوف زدہ یا مایوس کرنے کی کوشش کررہی ہیں، جس کے نتیجے میں کچھ لوگوں میں جذباتیت یا خوف کی نفسیات پیدا ہورہی ہے، دوسری طرف وہی طاقتیں جھوٹے پروپیگنڈے کے ذریعہ برادرانِ وطن کو مسلمانوں سے خوف زدہ کرکے نفرت پیدا کررہی ہیں۔ اِن حالات میں ملت اِسلامیہ کو قرآن وحدیث اور سیرتِ طیبہ کی روشنی میں اپنے لئے وہ راستہ متعین کرنا ضروری ہے، جو مستقبل میں مسلمانوں اور تمام ہندوستانیوں کے لئے امن وسلامتی اور بقائے باہمی کا ذریعہ بنے۔


 ہمیں یاد رکھنا چاہئے کہ ہمارے ملک کی ایک طویل تاریخ ہے، جس میں ہمارا کردار نہایت روشن ہے، ہمارے آباء واَجداد نے اِس ملک کو جوڑے رکھنے اور اس کی حدود کو وسعت دینے میں گراں قدر خدمات انجام دی ہیں۔ اُس کے بعد انگریزوں کے تسلط سے ملک کو آزاد کرانے میں بھی ہمارا کردار کسی بھی دوسری قوم سے زیادہ تابناک ہے، اور آزادی کے بعد ہمارے اَکابر کی کوششوں سے ملک کو سیکولر دستور کا تحفہ ملا، جو ابھی تک ملک میں نافذ ہے۔


 اِس سے انکار نہیں کیا جاسکتا کہ ملک میں بعض ایسی طاقتیں سر اُٹھارہی ہیں جوملک کو اس شاندار مثالی دستور وآئین سے محروم کرنے کے لئے کوشاں ہیں، وہ نسلی امتیاز میں یقین رکھتی ہیں، ان میں سے کچھ لوگ یہ نعرہ بھی لگاتے رہتے ہیں کہ ”سب کو گھر واپسی کراکے ہندو بنائیں گے“، یا ”ہندوستان کے تمام باشندے ہندو ہیں“۔ اور یہ بھی ایک افسوس ناک حقیقت ہے کہ ان کو کسی نہ کسی درجہ میں حکومتی سرپرستی بھی حاصل ہے؛ لیکن اِن تمام باتوں کے باوجو کوئی صاحب عقل وہوش اِس بات کو کیسے ممکن سمجھ سکتا ہے کہ وہ مسلمانوں کو اُن کے دین واِیمان سے محروم کرنے یا صفحہ ہستی سے مٹانے میں پوری طرح کامیاب ہوجائیں؛ کیوں کہ اِس ملک کا بنیادی مزاج کثرت میں وحدت ہے، اور یہاں کے باشندوں کی اکثریت فسطائی طاقتوں کی ہم نوا نہیں ہے۔


 اگر خدانخواستہ ہم کسی اشتعال یا مایوسی کا شکار ہوجائیں اور صبر واستقامت کے راستے کو جھوڑکر، کسی غلط ردعمل کی طرف جائیں گے تو اُس سے فرقہ پرستوں کے مقاصد پورے ہوں گے۔ اور اگر ہم نے نفرت کا جواب محبت سے دیا اور اپنے اسلامی کردار کو زندہ رکھا تو بہت جلد نفرت کی آگ بجھ جائے گی، اور فسطائی طاقتیں ناکام ہوجائیں گی، اِن شاء اللہ تعالیٰ۔


 اِس کا یہ مطلب ہرگز نہیں ہے کہ ہم بزدلی یا پست ہمتی کا مظاہرہ کریں اور اپنی جان ومال، عزت وآبرو اور اہل وعیال کی حفاظت اور دفاع کے اپنے آئینی حق کا استعمال نہ کریں۔ یاد رکھیں کہ صبر واستقامت کا مطلب بزدلی نہیں ہے؛ بلکہ صحیح وقت پر صحیح اِقدام ہے۔


 اِس لئے تمام مسلمانوں کو خوف، مایوسی اور جذباتیت سے دور رہ کر اپنے مستقبل کی تعمیر کے کام میں لگ جانا چاہئے، اپنے عقائد واَعمال کو درست کرتے ہوئے اللہ تعالیٰ سے اپنا تعلق مضبوط کرنے کی فکر کرنی چاہئے، اور اپنے ملک کی ترقی میں اپنا کردار اَدا کرنا چاہئے۔


اللہ تعالیٰ ہمارے ملک کو ترقیات سے نوازیں، اور ہر طرح کی بداَمنی سے محفوظ رکھیں، آمین۔

 

Print Media Coverage : 

https://myalbum.com/album/euqrRZzLWnrtLW/

 

Photo Gallery:

https://www.jamiat.org.in/masters/jamiat_gallery/

 

Full Video Day One

 

Full Video Day Two

 

India TV

https://www.indiatvnews.com/video/news/indiatv-samvaad-are-muslims-terrified-under-rule-of-pm-modi-know-from-maulana-mahmood-madani-2022-05-30-780476

 

Aaj Tak Third Degree

https://www.youtube.com/watch?v=ydy1_-PNB_c

 

NDTV ham Log

https://www.youtube.com/watch?v=-L0rpgmEa4c