हकीम ताजुद्दीन हाशमी अमरोहा के निधन पर जमीअत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष ने दुख जताया
- जमीअत उलमा-ए-हिंद का प्रतिनिधिमंडल जनाजे की नमाज में शामिल हुआ
नई दिल्ली, 29 फरवरी 2024। जमीअत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी ने हाशमी दवाखाना के प्रभारी हकीम ताजुद्दीन हाशमी के निधन पर गहरा दुख और शोक व्यक्त किया है। वह फ्रेंड्स ऑफ अमरोहा के संरक्षक डॉ. सिराजुद्दीन हाशमी के छोटे भाई और एक योग्य हकीम थे। उनकी जनाजे की नमाज जामा मस्जिद अमरोहा में असर की नमाज के बाद अदा की गई। जमीअत उलमा-ए-हिंद दिल्ली के केंद्रीय कार्यालय से एक प्रतिनिधिमंडल जमीअत उलमा-ए-हिंद के सचिव मौलाना नियाज अहमद फारूकी के नेतृत्व में उनके अंतिम संस्कार में शामिल हुआ और परिवार के सदस्यों से मुलाकात कर जमीअत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष की ओर से संवेदना व्यक्त की। जमीअत उलमा-ए-हिंद के प्रतिनिधिमंडल में मौलाना नियाज अहमद फारूकी, हाजी मोहम्मद मुबश्शिर, आदिल नसीर, हाजी मोहम्मद आरिफ उपस्थित रहे।
दिवंगत हकीम साहब चिकित्सा सेवा के अलावा सामाजिक तौर पर भी काफी सक्रिय थे। उलमा और अल्लाहवालों का सम्मान करते थे और धार्मिक संगठनों और उसकी गतिविधियों की भलाई की भावना रखते थे। विशेष रूप से जमीअत उलमा-ए-हिंद का सहयोग और समर्थन करते थे और मदनी परिवार से लंबा जुड़ाव था। जमीअत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना मदनी ने अपने शोक संदेश में उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए अल्लाह सर्वशक्तिमान से उन्हें क्षमा करने और उनका दर्जा बुलंद करने की प्रार्थना की और उनके दोस्तों और रिश्तेदारों से उनकी आत्मा की शांति के लिए नेक कार्य करने की अपील की है।
حکیم تاج الدین ہاشمی امروہہ کا انتقال
صدر جمعیۃ علماء ہند کا اظہار ملال ،جمعیۃ علماء ہند کے وفد کی نماز جنازہ میں شرکت
نئی دہلی 29 فروری 24جمعیۃ علماء ہند کے صدر مولانا محمود اسعد مدنی نے ہاشمی دوانہ خانہ امروہہ کے ذمہ دار حکیم تاج الدین ہاشمی کے وصال پر گہرے رنج و الم کااظہار کیا ہے ۔مرحوم فرینڈس آف امروہہ کے سرپرست ڈاکٹر سراج الدین ہاشمی کے برادر خورد اور ایک قابل حکیم تھے۔نماز جنازہ جامع مسجد امروہہ میں بعد نماز عصر ادا کی گئی ۔ مرکزی دفتر جمعیۃ علماء ہند دہلی سے ایک وفد مولانانیاز احمد فاروقی سکریٹری جمعیۃ علماء ہند کی قیادت میں نماز جنازہ میں شریک ہواا ور اہل خانہ سے ملاقات کرکے صدر جمعیۃ علماء ہند کی طرف سے تعزیت مسنونہ پیش کی۔ جمعیۃ علماء ہند کے وفدمیں مولانا نیاز احمد فاروقی ، حاجی محمد مبشر ، عادل نصیر، حاجی محمد عارف شامل ہیں۔
مرحوم طبی خدمت کے علاوہ سماجی طور پر کافی سرگرم تھے ۔ علماء واہل اللہ نواز اور دینی اداروں وتحریکات سے خیرخواہی کا جذبہ رکھتے تھے ، بالخصوص جمعیۃعلماء ہند کے معاون اور خیر اندیش اور خاندان مدنی سے دیرینہ وابستگی رکھتے تھے ۔
صدر جمعیۃ علماء ہندمولانا مدنی نے اپنے تعزیتی پیغام میں مرحوم کے اہل خانہ سے اظہار تعزیت کرتے ہوئے اللہ رب العزت کے حضور ان کی مغفرت اور درجات کی بلندی کی دعا ء اور احباب و متعلقین سے ایصال ثواب کے اہتمام کی گزارش کی ہے۔