Jamiat Ulama-i-Hind to Construct 100 Houses for Riot Victims in Ferozpur Jharka
Foundation stones for two colonies laid today
New Delhi, August 30, 2023: Following the unfortunate demolition of homes belonging to over 100 impoverished peasant families and the looting of their livestock by bulldozers in Mewat’s Ferozpur Jhirka, a dire situation has emerged where these families are left exposed to the elements. In a heartfelt response to their plight, the delegation of Jamiat Ulama-i-Hind has been at the forefront of providing aid since the inception of this crisis. Recognizing the urgent need for shelter, Maulana Mahmood Asa’d Madani, the President of Jamiat Ulama-i-Hind, has decided to construction of 100 houses to offer solace to those affected.
In pursuant to this, today the foundation stones of two colonies were laid under the guidance of Maulana Hakeemuddin Qasmi, the General Secretary of Jamiat Ulama-i-Hind, Maulana Yahya Karimi, Nazim of Jamiat Ulama Haryana, Punjab, and Himachal, and Maulana Sher Muhammad Amini, the Vice President, among others.
Maulana Hakeemuddin Qasmi announced during the ceremony that the Jamiat would build three colonies. The first two colonies, named 'Zafar-ul-Rain Nagar' and 'Abdul Rahim Nagar,' have been inaugurated today. The former is dedicated in memory of the late Hazrat Maulana Mufti Zafaruddin, former president of Jamia Ulama, Delhi Province, while the latter commemorates Hazrat Maulana Abdul Rahim Badedvi, former Nazim of Jamia Ulama of Haryana, Punjab, and Himachal Pradesh. These colonies are envisioned to provide homes for those with existing land ownership. Additionally, for those without land, the Jamiat Ulama is procuring suitable land to establish another colony named 'Jamiat Nagar.'
Maulana Hakeemuddin emphasized the unwavering commitment of Jamiat Ulama-i-Hind to ensure that no individual remains without a roof over their head, and that those in need are not left without support. He highlighted the organization's legal efforts in aiding the victims, with Advocate Muhammad Tahir Ruparia and a dedicated local team working diligently under the supervision of central member Advocate Niaz Ahmed Farooqui, and Advocate Mohammad Noorullah. As of now, more than sixty persons have sought assistance from Jamiat.
The event was also attended by a delegation of dignitaries from Jamiat Ulama-i-Hind, including Maulana Ghayur Ahmad Qasmi, Maulana Ziaullah Qasmi, Maulana Moazzam Arifi, Mufti Salim Sakras, Master Qasim Mahu, and Maulana Nasir, among others.
दंगा पीड़ितों के लिए जमीअत फिरोजपुर झिरका में सौ घरां का निर्माण कराएगी
- जमीअत उलेमा हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी के निर्देश पर आज दो कॉलोनियों की आधारशिला रखी गई
नई दिल्ली, 30 अगस्त 2023। फिरोजपुर झिरका में सौ से ज्यादा गरीब किसान परिवारों के घरों को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया और उनके मवेशियों को लूट लिया गया। अब यह लोग खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं। यह लोग अत्यंत निराशा और चिंता की स्थिति में हैं। जमीअत उलमा-ए-हिंद का प्रतिनिधिमंडल जो आरंभ से ही इनकी मदद कर रहा है, उसने इन परिस्थितियों की समीक्षा करने के बाद उनके लिए जल्द ही आश्रय बनाने का संकल्प व्यक्त किया था। इसके मद्देनजर जमीअत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी ने वहां सौ घरों के निर्माण का निर्णय लिया है। मौलाना मदनी मेवात दंगा और उसके बाद की गई तोड़फोड़ की कार्रवाई से काफी चिंतित हैं और जमीअत की ओर से पुनर्वास प्रक्रिया की सीधे निगरानी और मार्गदर्शन कर रहे हैं।
इसलिए आज गयासियान बास फिरोजपुर झिरका में दो कॉलोनियों की आधारशिला जमीअत उलमा-ए-हिंद के महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी, जमीअत उलमा हरियाणा, पंजाब और हिमाचल के महासचिव मौलाना याहया करीमी, उपाध्यक्ष मौलाना शेर मोहम्मद अमीनी आदि के हाथों रखी गई। इस अवसर पर मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने बताया कि यहां तीन कॉलोनियों का निर्माण किया जाएगा। आज दो कॉलोनियां ’जफरुद्दीन नगर’ और ’अब्दुल रहीम नगर’ की नींव रखी गई है। इसमें से पहली कॉलोनी जमीअत उलमा दिल्ली प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष हजरत मौलाना मुफ्ती जफरुद्दीन और दूसरी कॉलोनी जमीअत उलमा हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश के पूर्व महासचिव हजरत मौलाना अब्दुल रहीम बडीडवी के नाम पर रखी गई है। यह उन लोगों के लिए बनाई जा रही है जिनके पास अपनी जमीन है। बाकी जिन लोगों के पास जमीन नहीं है, उनके लिए जमीअत उलमा की ओर से जमीन की व्यवस्था की जा रही है और उनके लिए भी अलग से एक कॉलोनी ’जमीअत नगर’ के नाम से बनाई जाएगी। मौलाना हकीमुद्दीन ने बताया कि जमीअत उलमा-ए-हिंद का संकल्प है कि कोई भी बिना छत के न रहे और जरूरतमंदों को बेसहारा के न छोड़ा जाए। इसी चिंता को लेकर हमारा काफिला मेवात दंगा पीड़ितों को राहत पहुंचाने में पहले दिन से लगा हुआ है। यह काफिला मेवात के एक छोर से दूसरे छोर तक यात्रा की कठिनाइयों को सहते हुए जरूरतमंद लोगों तक पहुंच रहा है और उनकी हरसंभव सहायता कर रहा है।
उन्होंने बताया कि कानूनी स्तर पर भी हमारा संघर्ष जारी है। जमीअत उलमा हिंद के कानूनी मामलों के संरक्षक नियाज़ अहमद फारूकी और एडवोकेट मोहम्मद नूरुल्लाह की देखरेख में एडवोकेट मोहम्मद ताहिर रूपड़िया और उनकी स्थानीय टीम कानूनी पैरवी कर रही है। अब तक 284 लोगों की गिरफ्तारी हुई है, 60 से अधिक लोगों ने हमसे कानूनी सहायता मांगी है। हम ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं।
अपने मकानों के निर्माण की नींव देखकर फखरुद्दीन पुत्र दीन मोहम्मद, शाहिद पुत्र दीन मोहम्मद, जफरुद्दीन पुत्र दीन मोहम्मद, सद्दाम पुत्र दीन मोहम्मद, अहमद भाई, मुश्ताक भाई ने जमीअत उलमा-ए-हिंद को हार्दिक धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इस घाटी में दंगों के बाद अंधेरा और वीरानी है। ऐसे समय में जमीअत उलमा-ए-हिंद हमारे लिए आशा की किरण बनकर आई है। मुश्ताकी भाई चार महीने की जमाअत में हैं, उन्होंने फोन से जमीअत को धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर जमीअत उलमा-ए-हिंद का जो प्रतिनिधिमंडल वहां उपस्थित था, उसमें जमीअत उलमा-ए-हिंद के महासचिव के अलावा मौलाना गय्यूर अहमद कासमी, मौलाना जियाउल्लाह कासमी, मौलाना मोअज्जम आरिफी कासमी, प्रदेश जमीअत उलमा से मौलाना यहया करीमी, जमीअत उलमा संयुक्त पंजाब के उपाध्यक्ष मौलाना शेर मोहम्मद अमीनी, मुफ्ती सलीम साकरस, मास्टर कासिम महों, मौलाना नासिर आदि भी उपस्थित रहे।
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