JUH Campaign to Provide Justice to Criminals Arrested in Mewat

मेवात में गिरफ्तार निर्दोषों को न्याय दिलाने का अभियान

जमीअत उलमा-ए-हिंद की कानूनी टीम के प्रयासों से अब तक 159 को जमानत मिली

निर्दोषों को न्याय मिलने से लोगों का न्यायालय पर भरोसा बढ़ता हैः मौलाना महमूद असद मदनी

नई दिल्ली, 04 अक्टूबर 2023। मेवात में पहले दिन से दंगा पीड़ितों की मदद करने वाली संस्था जमीअत उलमा-ए-हिंद के संवैधानिक प्रयासों से अब तक 159 निर्दोष लोगों को जमानत मिल चुकी है। जमीअत के सामने राहत और पुनर्वास के अलावा एक बड़ा कार्य उन लोगों को भी रिहा कराना है जिन्हें पुलिस ने बिना किसी सबूत के गिरफ्तार कर लिया है। मेवात के गांवों के रहने वाले लोग जिन्होंने आज तक अदालत की शक्ल भी नहीं देखी, उनके परिजनों के लिए यह सबसे कठिन समय है।

जमीअत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी के निर्देश पर में नूंह के जाने-माने वकील ताहिर हुसैन रोपड़िया के नेतृत्व में वकीलों की एक टीम इन निर्दोष लोगों को हर संभव कानूनी सहायता प्रदान कर रही है। जमीअत उलमा-ए-हिंद 208 लोगों के केस न्यायालय में लड़ रही है। अदालत ने इन मुकदमों के आधार को कमजोर बताते हुए आरंभिक चरण में ही जमानत दे दी।

एडवोकेट मोहम्मद ताहिर हुसैन रोपड़िया ने बताया कि यह सभी गिरफ्तारियां नूंह में हुई हिंसा के संदर्भ में एक विशेष समुदाय को निशाना बनाते हुए की गई हैं। जबकि वह लोग जिन्होंने 14 मस्जिदों को क्षति पहुंचाई, गुरुग्राम और मेवात के तावडू में दुकानों, खोखे और ठेलों को जलाकर राख कर दिया, वह खुलेआम घूम रहे हैं। ताहिर रोपड़िया ने न्यायालय में जज के सामने पुरजोर दलील दी कि पुलिस अपने स्थानीय जासूसों की सलाह मान रही है, उसे सबूतों से कोई सरोकार नहीं है। हालांकि यह सभी लोग गरीब, जरूरतमंद और ग्रामीण हैं। हमारे प्रयासों से कुछ हफ्तों में ही इतनी जमानतें मंजूर होना खुशी की बात है।

इस अवसर पर कानूनी उपायों की समीक्षा करने के बाद जमीअत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी ने कहा कि निर्दोषों को न्याय मिलने से लोगों का न्यायपालिका पर भरोसा बहाल होता है, जो आज के दौर में बहुत महत्वपूर्ण है। मौलाना मदनी ने कहा कि वर्तमान समय में कानून प्रवर्तन एजेंसियां अपना दायित्व ठीक तरह से नहीं निभा रही हैं, इसका कारण यह है कि उच्च अधिकारियों को जवाबदेह नहीं बनाया जाता है। अगर उच्च अधिकारियों को उत्तरदायी बनाया जाए, तो दंगे ही नहीं होंगे। मौलाना मदनी ने कहा कि देश की अदालतों को तभी सुविधा होगी जब कानून व्यवस्था के अधिकारी भेदभाव से मुक्त होकर समाज के प्रति जिम्मेदार और ईमानदार होंगे। उन्होंने एडवोकेट ताहिर रोपड़िया और जमीअत उलमा मेवात की लीगल कमेटी के प्रयासों की सराहना की है।
ज्ञात हो कि पिछले सप्ताह जमीअत उलमा-ए-हिंद के महासचिव मौलाना मोहम्मद हकीमुद्दीन क़ासमी, कानूनी मामलों के प्रभारी एडवोकेट नियाज़ अहमद फारूकी, जमीअत उलमा हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश के महासचिव मौलाना याहया करीमी की मेवात के अन्य जिम्मेदारों और वकीलों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक भी हुई थी, जिसमें प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद जारी रखने का निर्णय दोहराया गया। जमीअत उलमा-ए-हिंद के महासचिव के नेतृत्व में राहत और कानूनी टीम लगातार कैदियों के परिजनों के साथ संपर्क में है।

 

 

میوات میں بے قصور گرفتار شدگان کو انصاف دلانے کی مہم
جمعیۃعلماء ہند کی قانونی ٹیم کی کوششوں سے اب تک159 ضمانتیں منظور
بے قصوروں کو انصاف ملنے سے عدالت پر عوام کا اعتماد بڑھتا ہے: مولانا محمود اسعد مدنی


نئی دہلی ۔4 ؍اکتوبر 2023 : ۔میوات میں اولِ یوم سے فساد متاثرین کی مدد کرنے والی تنظیم جمعیۃ علماء ہند کی آئینی کوششوں سے اب تک 159 ضمانتیں منظور ہو چکی ہیں ۔ جمعیۃ کے سامنے ریلیف و بازآبادکاری کے علاوہ ایک بڑا کام ان لوگوں کو بھی آزاد کرانا ہے، جن کو پولس نے بلا کسی ثبوت گرفتار کیا ہے، میوات کے گائوں کے رہنے والے لوگ جنھوں نے آج تک عدالت کی شکل تک نہیں دیکھی ، ان کے خاندان کے لیے یہ ایک مشکل ترین مرحلہ ہے۔
جمعیۃ علما ء ہند کے صدر مولانا محمود اسعد مدنی کی ہدایت پر نوح کے معروف وکیل طاہر حسین روپڑیا کی قیادت میں وکیلوں کی ایک ٹیم ان بے قصوروں کی ہر ممکن قانونی مددکررہی ہے ۔ چنانچہ جمعیۃ علماء ہند208لوگوں کے مقدمات عدالت میں لڑرہی ہے ، اب تک جو ضمانتیں منظور ہوئی ہیں، ان میں ایسے لوگ ہیں جن پر قتل تک کا مقدمہ عائد کیا گیا ہے ۔عدالت نے ان مقدمات کی بنیاد کو کمزور بتاتے ہوئے اول مرحلے میں ضمانت دے دی ۔

ایڈوکیٹ محمد طاہرحسین روپڑیا نے بتایا کہ یہ ساری گرفتاریاں نوح میں ہوئے جھگڑے کے تناظر میں ایک خاص کمیونٹی کو نشانہ بناتے ہوئے ہوئی ہیں۔جب کہ وہ لوگ جنھوں نے 14مسجدوں کو نقصان پہنچایا، گروگرام اور میوات کے تائوڑو میں دکانوں ، کھوکھے اور ٹھیلوں کو جلا کر راکھ کردیا تھا ، وہ آزاد گھوم رہے ہیں ۔طاہر روپڑیانے عدالت میں جج کے سامنے پوری قوت سے یہ بات پیش کی کہ پولس اپنے مقامی جاسوسوں کے مشورے پر عمل کررہی ہے ، اسے ثبوت سے کوئی مطلب نہیں ہے ۔ حالاں کہ یہ سب لوگ غریب ، محتاج اور دیہاتی ہیں۔ ہماری کوششوں سے چند ہفتوں میں نے اتنی ضمانتوں کا ملنا خوش آئند ہے ۔
اس موقع پرقانونی اقدامات کا جائزہ لینے کے بعد صدر جمعیۃ علماء ہند مولانا محمود اسعد مدنی نے کہا کہ بے قصورو ں کو انصاف ملنے سے عوام کا عدلیہ پر اعتماد بحال ہوتا ہے جو آج کے دور میں بہت اہم ہے، مولانا مدنی نے کہا کہ موجودہ دور میں قانون نافذ کرنے والی ایجنسیاں اپنی ذمہ داری بخوبی نبھا نہیں رہی ہیں ، اس کی وجہ یہ بھی ہے کہ اعلی افسران کو جوابدہ نہیں بنایا جاتا ۔اگر اعلی افسران کو جوابدہ بنایا جائے تو سرے سے فساد نہیں ہوں گے ۔ مولانا مدنی نے کہا کہ ملک کی عدالتوں کو تب ہی سہولت ہو گی جب لاء اینڈ آرڈ ر کے افسران عصبیت سے پاک ہو کر سماج و معاشرہ کے تئیں ذمہ دار اور مخلص ہوں گے ۔ انھوں نے ایڈوکیٹ طاہر روپڑیا اور جمعیۃ علماء میوات کی لیگل کمیٹی کی کوششوں کی تعریف کی ہے ۔ واضح ہو کہ گزشتہ ہفتہ جمعیۃ علماء ہند کے جنرل سکریٹری مولانا محمد حکیم الدین قاسمی ، قانونی معاملات کے نگراں ایڈوکیٹ نیاز احمد فاروقی،ناظم اعلیٰ جمعیۃ علماء ہریانہ ، پنجاب و ہماچل پردیش مولانا یحیی ٰکریمی میوات کے دیگر ذمہ داروں کے سا تھ وکیلوں کی ایک اہم میٹنگ بھی ہوئی تھی ، جس میں متاثرہ خاندانوں کی ہر ممکن مدد کو جاری رکھنے کا فیصلے کا اعادہ کیا گیا تھا ۔ناظم عمومی جمعیۃ علماء ہند کی قیادت میں ریلیف و قانونی ٹیم لگاتار قیدیوں کے اہل خانہ سے رابطے میں ہے ۔
Oct. 5, 2023


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